Kalki 2898 AD को देख भड़के महाभारत के भीष्म पितामह, गुस्से में फिल्म के मेकर्स को बताई अश्वत्थामा की असली कहानी

कल्कि 2898 एडी पिछले महीने सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. इस फिल्म को दर्शकों का भरपूर प्यार मिल रहा है. कई दर्शकों और समीक्षकों का कहना है कि नाग अश्विन ने प्रभास और अमिताभ बच्चन की इस फिल्म को महाभारत से प्रेरित बताया जा रहा है.

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कल्कि 2898 एडी को देख भड़के महाभारत के भीष्म पितामह
नई दिल्ली:

कल्कि 2898 एडी पिछले महीने सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. इस फिल्म को दर्शकों का भरपूर प्यार मिल रहा है. कई दर्शकों और समीक्षकों का कहना है कि नाग अश्विन ने प्रभास और अमिताभ बच्चन की इस फिल्म को महाभारत से प्रेरित बताया जा रहा है. कई फिल्मी सितारों ने भी कल्कि 2898 एडी की तारीफ की है. लेकिन बीआर चोपड़ा के महाभारत सीरियल में भीष्म पितामह का रोल करने वाले एक्टर मुकेश खन्ना ने कल्कि 2898 एडी को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने यह नाराजगी फिल्म में महाभारत के तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करने को लेकर नाराजगी जाहिर की है. 

कल्कि 2898 एडी देखने के बाद मुकेश खन्ना ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया. इस वीडियो में उन्होंने प्रभास और अमिताभ बच्चन की फिल्म का रिव्यू किया है. मुकेश खन्ना ने कल्कि 2898 एडी को वीएफएक्स के मामले में काफी अच्छा बताया है, लेकिन फिल्म में महाभारत के तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने पर नाराजगी जाहिर की है. मुकेश खन्ना ने कहा, 'फिल्म में जब कृष्ण अपनी मणि निकालकर अश्वत्थामा को श्राप देते हैं, तो महाभारत के दौरान ऐसा कभी नहीं हुआ. मैं मेकर्स से पूछना चाहता हूं, आप व्यास मुनि से ज्यादा जानने की कल्पना कैसे कर सकते हैं.'

उन्होंने आगे कहा, 'किसने कहा कि जो यहां मौजूद नहीं है वह कहीं और मौजूद नहीं हो सकता है? वह कृष्ण नहीं थे जिन्होंने अश्वत्थामा की मणि को हटा दिया था, मैं आपको बता सकता हूं कि वह द्रौपदी ही थीं जिन्होंने उनकी मणि का निर्देश दिया था कि उनके सभी पांच बच्चों को मारने के बाद उसे हटा दिया जाना चाहिए. अर्जुन और अश्वत्थामा के बीच एक युद्ध हुआ था जहां दोनों ने ब्रह्मास्त्र चलाया था. बीच में व्यास मुनि आकर बोलते हैं कि यह युद्धा बंद करो. ऐसे में केवल अर्जुन ही जानते थे कि ब्रह्मास्त्र के आक्रमण को कैसे पलटना है. चूंकि अश्वत्थामा को ब्रह्मास्त्र वापस लेने के बारे में कुछ नहीं पता था.'

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मुकेश खन्ना ने आगे कहा, फिर कृष्ण और व्यास मुनि पूछते हैं कि आप ब्रह्मास्त्र को रोक नहीं सकते तो इसलिए कहां चलाना चाहोगे. ऐसे में अश्वत्थामा ने अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा के गर्भ में भेजूंगा, जो गर्भवती थीं, उन पर ब्रह्मास्त्र का निशाना बनाने का फैसला किया. फिर चक्कर छोड़कर कृष्ण ने उत्तरा के गर्भ की नौ महीने तक उनकी रक्षा की थी.' अपनी बात को पूरा करते हुए उन्होंने कहा, मैं यह कहानी इसलिए बता रहा हूं क्योंकि मुझे समझ नहीं आता कि कृष्ण भविष्य में कल्कि के रूप में अश्वत्थामा को उनकी रक्षा करने का आदेश कैसे दे सकते हैं? कृष्ण जैसा शक्तिशाली इंसान अश्वत्थामा जैसे किसी से अपनी रक्षा करने के लिए कैसे कह सकता है?' ऐसे में मुकेश खन्ना ने नाराजगी जाहिर की और कहा कि सरकार को पौराणिक कहानियों पर फिल्म बनाने वालों की स्क्रिप्ट पढ़नी चाहिए उसके बाद ही मंजूरी देनी चाहिए. 

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