दूरदर्शन का वो गुजरा जमाना भी कमाल था. जिंदगी में टेक्नोलॉजी की घुसपैठ नहीं हुई थी और छोटी-छोटी बातें बहुत ही मजेदार लगती थीं. दूरदर्शन के दौर के कुछ विज्ञापन ऐसे थे जिन्हें आज देखें तो शायद हंसी छूट जाए. लेकिन नब्बे के दशक के बच्चे हैं तो हंसने की जगह यकीनन अब भी पुरानी यादों की उन गलियों में खो जाएंगे. उस दौर का ऐसा ही एक पुराना एड सोशल मीडिया पर मौजूद है. सिरदर्द, गैस और एसिडिटी के विज्ञापन का कॉन्सेप्ट तो मजेदार है ही लेकिन एक चीज है जो एड के आर्टिस्टों से भी ज्यादा ध्यान खींच रही है. क्या आपने गौर किया कौन सी है वो चीज.
गुजरे जमाने के इस एड में मशहूर कॉमेडी आर्टिस्ट राकेश बेदी नजर आ रहे हैं. राकेश बेदी कई बेहतरीन सीरियल्स का हिस्सा तो रहे ही हैं फिल्मों में भी नाम कमा चुके हैं. इस विज्ञापन में वो बंदूक थामकर तीन राक्षसों को मारते हुए नजर आ रहे हैं. ये तीन असल में बीमारी वाले राक्षस हैं. ये तीन बीमारियां हैं कब्ज, एसिडिटी और सिरदर्द. मजेदार बात ये है कि राकेश बेदी की चलाई एक भी गोली का असर तीनों राक्षसों पर नहीं होता. आखिर में वो एक साधु की शरण में जाते हैं, ताकि, उन राक्षसों से बचने का उपाय मिल सके.
अपनी शरण में पहुंचे राकेश बेदी को साधु एक चूर्ण का कमाल दिखाते हैं. उस चूर्ण को देखते ही तीनों बीमारी वाले राक्षस झट से गायब हो जाते है. ये चूर्ण है कायमचूर्ण जो बरसों से कब्ज, एसिडिटी और सिरदर्द की औषधि माना जा रहा है. इस एड को देखकर उस दौर के बच्चे कायम चूर्ण को याद कर रहे हैं. यूट्यूब पर इस एड को देखकर एक यूजर ने लिखा कि मैं बचपन में यही मानता था कि इस चूर्ण से राक्षस भाग जाते हैं. एक यूजर ने लिखा कि एड देखते देखते यही चूर्ण खा रहा हूं. कुछ यूजर्स ने लिखा कि इस एड को देखकर अपना बचपन याद आ गया.