बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता रणधीर कपूर और बबीता की छोटी बेटी करीना कपूर ने हिंदी फिल्म जगत में खुद को एक सफल अभिनेत्री के रूप में स्थापित किया है. 21 सितंबर, 1980 को मुंबई में जन्मीं करीना ने साल 2000 से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की. पहली ही फिल्म रिफ्यूजी में करीना के अभिनय की जमकर सराहना हुई. अपने 22 साल के फिल्मी करियर में करीना ने एक से बढ़कर एक फिल्में दीं हैं. करीना के कई किरदार ऐसे हैं जो लोगों के दिलों में बस चुके हैं. ग्लैमर से दूर करीना के ये किरदार न केवल आज बल्कि हमेशा याद किए जाएंगे. करीना कपूर के 42वें जन्मदिन पर आज बात उन्ही किरदारों की करते हैं.
चमेली
फिल्म चमेली में एक तवायफ का किरदार निभा कर करीना कपूर ने अपने अभिनय से सभी को चौंका दिया. यह किरदार करीना के लिए काफी चुनौतीपूर्ण था, लेकिन बेबो ने बखूबी इसे पर्दे पर उतारा.
जब मी मेट
करीना के यादगार किरदारों की बात करें तो फिल्म ‘जब वी मेट' में एक अल्हड़, चुलबुली और मुखर लड़की ‘गीत' का किरदार दर्शक कभी नहीं भूल पाएंगे. फिल्म में 'मैं अपनी फेवरेट हूं' डायलॉग बोलकर करीना सच में सबकी फेवरेट बन गईं.
देव
इस फिल्म ने करीना कपूर को एक अलग ही पहचान दी. फिल्म में आलिया नाम की लड़की का संजीदा किरदार निभा कर करीना लोगों के दिलो दिमाग पर छा गईं. इस फिल्म के लिए करीना को फिल्मफेयर का बेस्ट एक्ट्रेस क्रिटिक्स अवार्ड भी मिला.
ओमकारा
साल 2006 में रिलीज हुई फिल्म ओमकारा ने करीना के करियर को नया मुकाम दिया. इस फिल्म में करीना के साथ अजय देवगन नजर आए थे, फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर जमकर कमाई की. फिल्म में करीना के अभिनय को दर्शकों ने खूब सराहा और उन्हें फिल्मफेयर का बेस्ट एक्ट्रेस (क्रिटिक्स) अवार्ड भी मिला.
फिदा
करीना ने जहां लीड रोल में दर्शकों का प्यार जीता वहीं निगेटिव रोल में भी एक्ट्रेस ने खूब सुर्खियां बटोरी. फिल्म फिदा में करीना कपूर को पहली बार निगेटिव रोल में देखा गया, उन्होंने अपने अभिनय से इस किरदार को जीवंत कर दिया.