शानदार कमाई के बाद Kantara ने छोड़ी सामाजिक छाप, सरकार अब इन लोगों को हर महीने देगी 2 हजार रुपये

ऋषभ शेट्टी की कन्नड़ फिल्म 'कांतारा' बॉक्स ऑफिस पर छाई हुई है. फिल्म को लगातार फैंस खूब पसंद कर रहे हैं. फिल्म 'कांतारा' न केवल बॉक्स ऑफिस पर कमाई कर रही है, बल्कि अपने गृह राज्य में कुछ सांस्कृतिक और सामाजिक-राजनीतिक प्रभाव भी डाल रही है.

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शानदार कमाई के बाद 'कांतारा' ने छोड़ी सामाजिक छाप
नई दिल्ली:

अभिनेता ऋषभ शेट्टी की कन्नड़ फिल्म 'कांतारा' बॉक्स ऑफिस पर रुकने का नाम नहीं ले रही है. फिल्म को लगातार फैंस खूब पसंद कर रहे हैं. फिल्म 'कांतारा' न केवल बॉक्स ऑफिस पर कमाई कर रही है, बल्कि अपने गृह राज्य में कुछ सांस्कृतिक और सामाजिक-राजनीतिक प्रभाव भी डाल रही है. तटीय कर्नाटक में दैव नृत्य की परंपराओं के इर्द-गिर्द घूमती इस फिल्म ने इस प्रथा को प्रमुखता दी है. ऐसे में राज्य सरकार ने गुरुवार को प्रदेश में 60 साल से ज्यादा उम्र के सभी नर्तकों के लिए मासिक भत्ते की घोषणा की है. 

ऋषभ शेट्टी द्वारा अभिनीत और निर्देशित 'कांतारा', तटीय कर्नाटक के एक गांव पर आधारित है और दिखाती है कि कैसे भूमि की दैव नर्तक कथा को क्षेत्र के मानव-प्रकृति संघर्ष में बुना गया है. फिल्म दैव और गुलिगा प्रथा को मुख्यधारा में लाने की कोशिश की है. दैव नर्तक, जैसा कि फिल्म में दिखाया गया है, तटीय कर्नाटक के धार्मिक और सांस्कृतिक पदचिह्न का खास हिस्सा हैं. जिसको ध्यान में रखते हुए कर्नाटक सरकार ने दैव नर्तक को 2 हजार रुपये मासिक भत्ता देने की घोषणा की है. इस बात की जानकारी बेंगलुरु से सांसद पीसी मोहन ने ट्विटर के जरिए दी है.

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उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'दैवों, नृत्य और दिव्य हस्तक्षेप को मानते हुए, भाजपा के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार ने 60 साल से ज्यादा उम्र वाले के 'दैव नर्तक' के लिए 2,000 रुपये मासिक भत्ते की घोषणा की है. भूत कला, फिल्म कांतारा में दर्शाया गया है कि एक आध्यात्मिक पूजा अनुष्ठान हिंदू धर्म का हिस्सा है.' आपको बता दें कि कन्नड़ फिल्म 'कांतारा' बॉक्स ऑफिस पर हर भाषा में शानदार कमाई कर रही है. यह फिल्म ग्लोबली 170 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर चुकी है. 

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