एक्शन सीन को जबरदस्त तरीके से पेश करने के लिए फिल्म मेकर्स ढेरों जतन करते हैं. हीरो का लुक, हीरो का स्वैग, विलेन की ठसक से लेकर लोकेशन तक ऐसी चुनी जाती है जो एक्शन सीन में क्वालिटी एड ऑन करे. इसे और ज्यादा रोमांचक बनाने के लिए कार रेस और कार चेस जैसे सीन भी फिल्मा लिए जाते हैं. रही सही कसर या फिर यूं कहें कि शानदार सीन को और ज्यादा जानदार बनाने के लिए महंगी-महंगी आलीशान गाड़ियों को तिनके की तरह हवा में उछाल दिया जाता है. या फिर उन्हें ब्लास्ट कर उड़ते हुए दिखाया जाता है. ऐसे सीन देखकर आपको जरूर लगा होगा कि आखिर महंगी कारों को उड़ाया क्यों जाता है या ऐसे सीन शूट कैसे किए जाते हैं.
आपको जानकर ये ताज्जुब होगा कि जिन गाड़ियों को फिल्म मेकर्स ब्लास्ट करके, उड़ा कर या दौड़ा कर बड़े बड़े सीन रचते हैं. वो दरअसल एक छोटे से कमरे में ही शूट किए जाते हैं. ऐसे सीन्स के लिए फिल्म मेकर्स को न तो असली गाड़ियों की जरूरत होती है और न ही रियल लोकेशन्स की. कुछ यूट्यूब चैनल्स ने कार ब्लास्ट सीन की मेकिंग के वीडियो शेयर किए हैं. जिसके मुताबिक क्रोमा यानी कि ग्रीन कर्टन पर कारों के ब्लास्ट होने का सीन शूट किया जाता है.
ऐसे सीन शूट करते समय बस ये ध्यान रखा जाता है कि कारों के मॉडल वही हों जो सीन में ब्लास्ट होते देखे जाने है. वैसे ही छोटे छोटे मॉडल तैयार कर उन्हें एक टेबल पर रखा जाता है. आसपास ग्रीन कर्टन होता है और एक्सपर्ट्स की टीम. जो कारों को वैसे ही फ्रेम करती है जैसे असल सीन में दिखाया जाने वाला है. जिस कार को उड़ाना होता है उसे महीन सी डोरी बांध कर उड़ा दिया जाता है. एक साथ, एक कतार में चलती कार दिखाने के लिए सारी छुटकू गाड़ियों को टेप से जोड़कर खींचा जाता है. इसके बाद सारी कलाकारी एडिटिंग टेबल पर होती है.
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