मशहूर अभिनेत्री और मॉडल शेफाली जरीवाला का 27 जून की रात को निधन हो गया. वह केवल 42 साल की थीं. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है, लेकिन शुरुआती पुलिस और मेडिकल जांच में संकेत मिले हैं कि उनकी मौत कार्डियक अरेस्ट की वजह से हो सकती है. ऐसा माना जा रहा है कि उपवास और बिना डॉक्टरी देखरेख के लिए गए एंटी-एजिंग इंजेक्शन इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं. जिसको लेकर एंटी-एजिंग इंजेक्शन और दवाइयों को लेकर नई बहस छिड़ गई है.
इसको लेकर बॉलीवुड के कई सितारे अपनी राय दे रहे हैं. उनमें से जुर्म फिल्म की एक्ट्रेस गुल पनाग भी हैं. गुल पनाग ने एनडीटीवी से खास बातचीत की और शेफाली जरीवाला के निधन पर शोक जताया. उन्होंने कहा, "यह खबर बहुत चौंकाने वाली थी. मैं शेफाली को थोड़ा-बहुत जानती थी. 2-3 मौकों पर उनसे मिली थी, लेकिन मैं नहीं जानती थी कि वह सोशल मीडिया पर इतनी सक्रिय थीं, क्योंकि मैं ज्यादा सोशल मीडिया नहीं देखती."
गुल पनाग ने समाज में खूबसूरती और यंग दिखनी की चाह को लेकर गहरी चिंता जताई. उन्होंने कहा, "हम एक समाज के रूप में तुरंत नतीजे चाहते हैं. खासकर इंडस्ट्री में लोग पुराने होने, भूल जाने, या परफेक्ट न दिखने के डर से जूझते हैं. यही डर एंटी-एजिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा देता है, जो लोगों को तरह-तरह के समाधान बेचती है." गुल पनाग ने बताया कि खाने-पीने की चीजों पर तो सख्त नियम हैं, लेकिन चेहरे पर इस्तेमाल होने वाले कॉस्मेटिक और डर्मेटोलॉजिकल प्रोडक्ट्स पर कोई सख्ती नहीं है.
उन्होंने चेतावनी दी कि कई बार गैर-मेडिकल लोग मेडिकल प्रक्रियाएं करते हैं, जो खतरनाक हो सकता है. गुल पनाग ने कहा, "लोग अपनी यंग एज को समय में कैद करने की कोशिश करते हैं, लेकिन उम्र बढ़ना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है. इसे अपनाना चाहिए, न कि इसके खिलाफ लड़ना चाहिए." उन्होंने यह भी कहा कि आजकल हर कोई एक जैसा दिखने की कोशिश में लगा है, क्योंकि समाज में यंग एज को ही सबकुछ मान लिया गया है. गुल पनाग की यह बातें शेफाली की मौत के बाद एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट के खतरों पर सोचने को मजबूर करती हैं.