इंटरनेट पर अब भी कायम बॉलीवुड का जलवा, गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च की गई 'ब्रह्मास्त्र', साउथ की इन ब्लॉकबस्टर फिल्मों को छोड़ा पीछे

इस साल कई भारतीय फिल्मों ने सुर्खियां बटोरीं. बहुत सी ऐसी फिल्में रहीं जिनका फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. वहीं कुछ फिल्मों में बॉक्स ऑफिस पर रिलीज होकर सुर्खियां बटोरीं. इन सभी तरह की फिल्मों को दर्शकों ने इस साल गूगल पर काफी सर्च किया.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
इंटरनेट पर अब भी कायम बॉलीवुड का जलवा, गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च की गई 'ब्रह्मास्त्र'
नई दिल्ली:

इस साल कई भारतीय फिल्मों ने सुर्खियां बटोरीं. बहुत सी ऐसी फिल्में रहीं जिनका फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. वहीं कुछ फिल्मों में बॉक्स ऑफिस पर रिलीज होकर सुर्खियां बटोरीं. इन सभी तरह की फिल्मों को दर्शकों ने इस साल गूगल पर काफी सर्च किया. साल के आखिरी में अब गूगल ने अपनी सर्च लिस्ट जारी की है. जिसमें इस साल भारत में कौन-कौन सी फिल्मों को लोगों ने सबसे ज्यादा गूगल पर सर्च किया है, उसकी लिस्ट भी शामिल है.

गूगल की इस लिस्ट में जिसकी सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है वह रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की फिल्म ब्रह्मास्त्र पार्ट वन- शिव है. इस फिल्म ने गूगल की लिस्ट में सबसे ज्यादा सर्च की जाने वाली फिल्मों में नंबर एक पर जगह बनाई है. फिल्म ब्रह्मास्त्र पार्ट वन- शिव अपनी रिलीज के पहले से काफी सुर्खियों में थी. इस फिल्म का बज लंबे समय से बना हुआ था. हैरान कर देने वाली बात यह है कि ब्रह्मास्त्र पार्ट वन- शिव ने गूगल की लिस्ट में साउथ सिनेमा की फिल्म केजीएफ चैप्टर-2, आरआरआर, कांतारा, पुष्पा और विक्रम जैसी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों को भी पीछे छोड़ दिया है.

बात करें गूगल की पूरी लिस्ट की तो, पहले नंबर पर फिल्म ब्रह्मास्त्र पार्ट वन- शिव है. दूसरे नंबर पर अभिनेता यश की फिल्म केजीएफ चैप्टर, जबकि तीसरे-चौथे नंबर पर द कश्मीर फाइल्स और आरआरआर रही है. कन्नड़ फिल्म कांतारा पांचवें नंबर पर, अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा :  द रेज छठे नंबर पर और कमल हासन की फिल्म विक्रम सातवें नंबर पर रही है. गूगल की लिस्ट में आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा ने आठवें नंबर, अजय देवगन की फिल्म दृश्यम 2 नौवें और हॉलीवुड फिल्म थॉर : लव एंड थंडर ने दसवें नंबर पर अपनी जगह बनाई है. 

Featured Video Of The Day
Chernobyl News: 39 साल पहले जहां आई थी परमाणु आपदा, वहां कुत्तों का रंग पड़ा नीला |Shubhankar Mishra