हर साल कई एक्टर्स और डायरेक्टर्स फिल्में बनाते हैं. इनमें से कुछ हिट होती हैं तो कुछ फ्लॉप. वहीं कुछ एक्टर्स और डायरेक्टर्स की अपनी अलग तरह की यूएसपी होती है, जिसके लिए वह जाने जाते हैं. वही यूएसपी ही उनकी सफलता की सीढ़ी भी बन जाती है. बॉलीवुड के इतिहास में ऐसे कुछ लोग रहे हैं जिन्होंने अपनी यूएसपी को अपने करियर की हाइलाइट बनाया और उनके सितारे हमेशा बुलंदी में रहे. आज हम आपको बॉलीवुड के ऐसे ही एक डायरेक्टर के बारे में बताएंगे जिसकी फिल्मों के आखिरी में विलेन के साथ हीरो की मौत होना कंफर्म रहता था.
यह कोई और नहीं बल्कि बॉलीवुड (Bollywood) के दिग्गज एक्टर-डायरेक्टर फिरोज खान हैं. फिरोज खान अपने वेस्टर्न टाइप फिल्मों और अपने स्टाइल्स के लिए जाने जाते थे. फिरोज खान की फिल्मों में उनके पहने हुए कपड़े, जूते और उनके स्टाइल्स को एक समय में यूथ कॉपी किया करता था. फिरोज खान अपनी फिल्मों में एक खास बात रखा करते थे, जिसे उनकी यूएसपी भी कहा जा सकता है. यह यूएसपी फिल्म में एक्टर की मौत है.
दरअसल फिरोज खान ने अपने करियर में जिन फिल्मों का निर्देशन किया, उनकी ज्यादातर फिल्मों में विलेन के साथ हीरो की भी मौत होते हुए दिखाया गया है. बात करें फिरोज खान की साल 1980 में आई फिल्म कुर्बानी की तो यह उस साल की ब्लॉकबस्टर फिल्म थी. इस फिल्म में फिरोज खान, विनोद खन्ना, जीनत अमान, अमजद खान, अमरीश पुरी और शक्ति कपूर सहित कई कलाकार मुख्य भूमिका में थे. कुर्बानी के आखिरी में फिल्म के हीरो विनोद खन्ना मर जाते हैं.
इतना ही नहीं साल 1988 में विनोद खन्ना की ही कमबैक फिल्म दयावान में भी हीरो फिल्म के आखिरी में मर जाता है .फिल्म में हीरो का रोल विनोद खन्ना ने किया था. ऐसे ही कुछ फिरोज खान की फिल्म जांबाज (1986) और यलगार (1992) में भी देखने को मिलता है. जिसके आखिरी में हीरो मर जाता है. इस तरह फिरोज खान ने बतौर डायरेक्टर अपनी फिल्मों से पर्दे पर अमिट छाप छोड़ी थी.