अब हिंदी फिल्मों और सीरीज में काम कर सकेंगे पाकिस्तानी स्टार्स, जानते हैं क्यों लगा था बैन ?

एक सिने कर्मी ने याचिका में वीजा पर बैन लगाने और पाकिस्तानी आर्टिस्ट के साथ काम करने पर बैन लगाने की मांग की थी.

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फवाद खान और माहिरा खान के फैन्स के लिए खुशखबरी
नई दिल्ली:

पाकिस्तानी सीरीज और कलाकारों को पसंद करने वालों के लिए एक अच्छी खबर आई है. 17 अक्टूबर को बॉम्बे हाई कोर्ट में एक सिनेकर्मी के पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन लगाने की मांग को लेकर दायर की गई याचिका पर सुनवाई हुई. याचिकाकर्ता ने भारतीय सेलेब्स से पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करने से परहेज करने को कहा चाहे वे एक्टर, डायरेक्टर या म्यूजिक से जुड़े आर्टिस्ट हों. बॉम्बे हाई कोर्ट के जज जज एक अहम गेम-चेंजर फैसले की घोषणा की गई है जो माहिरा खान, फवाद खान जैसे टैलेंटेड कलाकारों और दूसरे स्टार्स और आर्टिस्ट को भारतीय फिल्मों और वेब सीरीज में काम करने की इजाजत देगा.

बॉम्बे हाई कोर्ट ने पाकिस्तानी कलाकारों को भारत में बैन करने से किया इनकार

एक सिने कर्मी ने याचिका में वीजा पर बैन लगाने और पाकिस्तानी आर्टिस्ट के साथ काम करने पर बैन लगाने की मांग की थी. जस्टिस सुनील बी शुक्रे और जस्टिस फिरदौस पी पूनीवाला ने याचिका खारिज कर दी और कहा कि यह "सांस्कृतिक सद्भाव, एकता और शांति को बढ़ावा देने की दिशा में एक बेहतर कदम है". उन्हें लगा कि याचिका में सही नहीं है और उन्होंने पाया कि भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक सकारात्मक कदम उठाया है. लाइव लॉ ने कोर्ट के हवाले से कहा कि अगर ऐसी याचिका पर कानून द्वारा विचार किया गया तो यह सरकार द्वारा उठाए गए नए सकारात्मक कदम को कमजोर कर देगा. सालों बाद पाकिस्तानी क्रिकेटर भारतीय धरती पर क्रिकेट खेलने आए क्योंकि आईसीसी विश्व कप भारत में हो रहा है.

News18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक अदालत ने अपने फैसले में कहा कि "कला, संगीत, खेल, संस्कृति और नृत्य सहित शांति, सद्भाव और शांति को बढ़ावा देने वाली गतिविधियां, राष्ट्रीय सीमाओं को पार करती हैं और राष्ट्रों में एकता और सद्भाव बढ़ाने में योगदान करती हैं".

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भारत में पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन क्यों लगा?

2016 में, इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (आईएमपीपीए) ने उरी हमले के बाद पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम न करने का प्रस्ताव लगाया था. 87वीं वार्षिक आम बैठक में आईएमपीपीए के अध्यक्ष ने कहा कि सदस्य इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि हमले के बाद आगे कोई भी प्रोड्यूसर किसी पाकिस्तानी एक्टर के साथ काम नहीं करेगा. इसे नेटिजन्स और यहां तक कि पाकिस्तानी कलाकारों से भी मिले-जुले रिएक्शन मिले थे.

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