एकता कपूर ने मनाया 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' का जश्न, सीरियल के पूरे हुए 25 साल

भारतीय टेलीविज़न की सबसे प्रतिष्ठित और लोकप्रिय शोज में से एक, क्योंकि सास भी कभी बहू थी ने आज अपने 25 गौरवपूर्ण वर्षों का सफर पूरा कर लिया है.

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एकता कपूर ने मनाया 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' का जश्न
नई दिल्ली:

भारतीय टेलीविज़न की सबसे प्रतिष्ठित और लोकप्रिय शोज में से एक, क्योंकि सास भी कभी बहू थी ने आज अपने 25 गौरवपूर्ण वर्षों का सफर पूरा कर लिया है. इस ऐतिहासिक मौके पर शो की निर्माता एकता कपूर ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट शेयर कर इस जश्न को अपने दर्शकों और टीम के साथ मनाया. एकता कपूर, जो पिछले तीन दशकों से टीवी, ओटीटी और फिल्मों की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाए हुए हैं, ने 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' के साथ भारतीय टेलीविजन की दिशा ही बदल दी थी. यह शो न केवल एक हिट सीरियल था, बल्कि यह हर घर की कहानी बन गया था.

इस विशेष अवसर पर एकता ने शो के पहले एपिसोड की एक झलक शेयर करते हुए लिखा, "25 साल!!! क्योंकि सास भी कभी बहू थी सिर्फ एक शो नहीं था. वो एक भावना थी. मेरे दिल का एक टुकड़ा. एक सपना, जो folded hands और श्री बालाजी पर अटूट विश्वास के साथ शुरू हुआ था. एक कहानी जो भारत की कहानी बन गई. इसने बालाजी टेली फिल्म्स को पहली उड़ान दी. और मुझे ऐसी यादें, प्यार और किरदार दिए जो आज भी हर घर और दिल में बसे हैं. आज भी जब कोई 'रिश्तों' थीम पर रील्स बनाता है या कहता है कि तुलसी उनकी अपनी जैसी लगती थी, तो दिल भर आता है. मेरे माता-पिता के आशीर्वाद, शानदार टीम, खूबसूरत कास्ट और आप सभी दर्शकों की बदौलत ये सफर जादुई बना. मैं वादा करती हूं, आगे भी ऐसी कहानियां लाती रहूंगी जो दिल को छू जाएं. 25 साल के इस प्यार के लिए धन्यवाद... और आगे भी ढेर सारी कहानियों के लिए तैयार रहिए."

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'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' ने न केवल रेटिंग्स में इतिहास रचा, बल्कि टेलीविज़न इंडस्ट्री को एक नई पहचान दी. इस शो में स्मृति ईरानी, अमर उपाध्याय, इंदर कुमार, रोनित रॉय, मंदिरा बेदी और अचिंत कौर जैसे कई जाने-माने कलाकारों ने काम किया. शो का आखिरी एपिसोड 6 नवंबर 2008 को प्रसारित हुआ था. फिलहाल, एकता कपूर कई रोमांचक प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही हैं. 

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