दूरदर्शन के मालगुडी डेज के स्वामी, राजम और मणि अब हो गए हैं बड़े, गारंटी है पहचान नहीं पाएंगे

जिस स्वामी के बचपन को आपने टीका लगाए हुए कई बार अपने घरों में बैठ कर देखा होगा. वो स्वामी अब काफी बड़े हो चुके हैं. उनके साथ मालगुड़ी डेज में दिखने वाले राजम और मणि भी काफी बदल चुके हैं. क्या आप जानते हैं वो अब कैसे दिखते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
Malgudi Days: मालगुडी डेज के स्वामी, राजम और मणि अब दिखते हैं ऐसे
नई दिल्ली:

दूरदर्शन (Doordarshan) के दौर में जिसका बचपन बीता है, उसके जेहन में एक धुन आज भी गूंजती होगी. जो थी तानाना... ताना. ना. ना... इस धुन के साथ किसी गांव का सीन, सड़कों और पाठशालाओं में डोलता मासूम बचपन और उस बचपन की प्यारी सी कहानियां भी याद आ ही जाती होंगी. नब्बे के दशक में दूरदर्शन पर आने वाले इस सीरियल मालगुड़ी डेज की स्टार कास्ट अब काफी बदल चुकी है. जिस स्वामी के बचपन को आपने टीका लगाए हुए कई बार अपने घरों में बैठ कर देखा होगा. वो स्वामी अब काफी बड़े हो चुके हैं. उनके साथ मालगुड़ी डेज में दिखने वाले राजम और मणि भी काफी बदल चुके हैं. क्या आप जानते हैं वो अब कैसे दिखते हैं.

अब ऐसे दिखते हैं तीनों दोस्त

इंस्टाग्राम पर दूरदर्शन की यादें नाम के हैंडल ने ये पुरानी पिक शेयर की है. इस पिक में आप वो तीनों बच्चे देख सकते हैं जो मालगुड़ी डेज में नजर आते थे. इन तीन बच्चों के नाम थे स्वामी, राजम और मणि. बहुत सालों बाद ये स्टार कास्ट फिर एक दूसरे से मिली तो उसी सीक्वेंस में फोटो खिंचवाया जिस सीक्वेंस में उस फोटो में नजर आ रहे हैं. इस शो में मंजूनाथ ने स्वामी का रोल निभाया था. रोहित श्रीनाथ बने थे राजम और मणि के रोल में दिखते थे रघुराम सिताराम. इन बच्चों की पुरानी पिक को देखकर फैन्स भी उन्हीं दिनों की याद में डूब गए हैं.

Advertisement

अब देखते हैं मालगुड़ी डेज

इस पोस्ट पर एक फैन ने कमेंट किया कि उन्हें आज भी मौका मिलता है तो वो मालगुड़ी डेज जरूर देखते हैं. एक फैन ने लिखा कि इस पिक को देखकर ही बचपन की यादें ताजा हो गईं. आपको बता दें कि मालगुड़ी डेज आर के नारायण की कहानियों पर बेस्ड शो था. उनके स्टोरी कलेक्शन का नाम भी मालगुड़ी डेज ही था. जिस पर ये सीरियल बनाया गया था. इस शो का प्रसारण दूरदर्शन पर साल 1986 से शुरू हुआ था. 

Advertisement
Featured Video Of The Day
Iran-America Atomic Talks: Oman में होगी बातचीत, सीधी या परोक्ष - क्या होगा तरीका? | NDTV Duniya