फिल्मों का ये खुंखार विलेन रिश्ते में लगता है रवीना टंडन का मामा, क्रिकेटर बनने पहुंचा मुंबई, जानें फिर कैसे बना एक्टर

बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद नया नहीं हैं. शुरू से ही कई स्टार्स और उनके घरवालों को फिल्मों में काम करते देखा रहा है. टीवी और सिनेमा में नजर आने वाले कई स्टार्स ऐसे हैं, जिन्हें हम उनके नाम से नहीं जानते हैं, लेकिन वह किसी ना किसी स्टार्स के करीबी हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फिल्मों का ये खुंखार विलेन रिश्ते में लगता है रवीना टंडन का मामा
नई दिल्ली:

बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद नया नहीं हैं. शुरू से ही कई स्टार्स और उनके घरवालों को फिल्मों में काम करते देखा रहा है. टीवी और सिनेमा में नजर आने वाले कई स्टार्स ऐसे हैं, जिन्हें हम उनके नाम से नहीं जानते हैं, लेकिन वह किसी ना किसी स्टार्स के करीबी हैं. यह सिलसिला आज भी जारी है, लेकिन आपको यह जानकर जरूर हैरानी होगी कि फिल्म शोले में 'सांभा' का रोल करने वाले एक्टर मैक मोहन बॉलीवुड की खूबसूरत एक्ट्रेस रवीना टंडन के बेहद करीबी हैं. मैक मोहन ने हिंदी सिनेमा में विलेन से लेकर कई अलग-अलग तरह रोल किए और पांच दशक तक फिल्म इंडस्ट्री में काम किया था.
 

क्रिकेटर बनना चाहते थे मैक मोहन
मैक मोहन एक्टर नहीं बल्कि एक क्रिकेटर बनना चाहते थे. मैक मोहन का जन्म भारत-पाक के बंटवारे से पहले 1938 में कराची शहर में हुआ था. मैक मोहन का पूरा नाम मोहन मखीजानी है, लेकिन उनके दोस्त उन्हें मैक कहकर बुलाते थे. उनके पिता ब्रिटिश आर्मी में कर्नल थे. मैक मोहन के पिता भी उन्हें आर्मी में लाना चाहते थे. मैक मोहन जब 2 साल के थे उनके पिता का ट्रांसफर लखनऊ में हो गया. मैक मोहन लखनऊ से मुंबई क्रिकेटर बनने पहुंचे थे. मैक मोहन बचपन से ही क्रिकेट खेलना पसंद करते थे. इसके लिए उन्होंने मुंबई के जय हिंद कॉलेज में एडमिशन लिया और कॉलेज टीम से क्रिकेट खेलना शुरू किया. मैक मोहन के क्लासमेट संजय दत्त के पिता सुनील दत्त थे.

फिर कैसे बन गए एक्टर?
क्रिकेट के साथ मैक मोहन ने कॉलेज में नाटक करना भी शुरू कर दिया. एक दिन शबाना आजमी की मां शौकत कैफी को उनका एक्ट पसंद आया और उनकी सलाह पर मैक मोहन ने अपनी एक्टिंग को चालू रखा. धीरे-धीरे मैक का जादू चला और उन्हें फिल्मों में काम मिल गया. मैक मोहन रिश्ते में रवीना टंडन के मामा हैं. मैक मोहन को साल 1975 में रिलीज हुई फिल्म शोले में सांभा के रोल से ऐसी पॉपुलैरिटी मिली की वह अब इस नाम से हिंदी सिनेमा में अमर हो चुके हैं. 200 फिल्मों में काम कर चुके मैक मोहन का निधन साल 2010 में 47 की उम्र में कैंसर से हो गया था.


 

Featured Video Of The Day
Bihar Elections 2025: NDA में सीट शेयरिंग के बीच Jitan Ram Manjhi का बड़ा बयान