सुर, संगीत और गीतों की हमारे जिंदगी में काफी अहमियत होती है. गीत-संगीत कई बार हमारी खुशियों, हुल्लड़ और मस्ती का साथी बनता है. कभी-कभी संगीत हमें दुख और दर्द के पलों से उबरने में मदद भी करता है, लेकिन क्या गीत-संगीत हमें डरा भी सकता है. इसका जवाब है 'हां'. हिन्दी फिल्मों की ही बात करें तो कई ऐसे गाने बने हैं जो सुनने में मधुर तो हैं, लेकिन मखमली संगीत और लफ्जों के बावजूद इन्हें सुनकर पूरे शरीर में एक सिरहन सी दौड़ सकती है. खास तौर पर यदि आपने गाने से संबंधित फिल्म देखी है तो निश्चित ही ये गाने आपको रोमांच से भरे उस घटनाक्रम की याद दिलाएंगे. तो अगर आप अकेले बैठकर रात के अंधेरे में इन गानों का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो एक बार फिर से सोच लीजिए.
गुमनाम है कोई...
एक वीरान द्वीप पर फंसे कुछ लोगों की रहस्यमयी कहानी है 'गुमनाम'. एक-एक कर सभी साथियों की हत्या हो रही है, लेकिन हत्या करने वाला गुमनाम है. सभी लोगों के मन में ख्याल है कि कहीं ये किसी रूहानी ताकत का काम तो नहीं. और ऐसी हालत में रात के सन्नाटे को चीरती हुई एक आवाज ये गाना गा रही है ये गाना. भले ही ये गाना लता मंगेशकर की शहद सी मीठी आवाज में गाया गया हो, लेकिन फिल्म की सिचुएशन और पिक्चराइजेशन कुछ ऐसा है कि अच्छे-अच्छों की सिट्टी-पिट्टी गुम हो जाए.