बॉलीवुड में एक फैसला किसी सितारे को फर्श पर ले आता है तो किसी आम इंसान को फर्श से अर्श पर पहुंचा देता है. सिने इतिहास के पन्नों में ऐसी ही एक फिल्म दर्ज है जिसने एक आम एक्टर को सदी का महानायक बना दिया. और, जिस सितारे ने वो कहानी एक बड़ी रकम अदा करके खरीदी थी, वो चाह कर भी उस फिल्म का हिस्सा नहीं बन पाया. ये फिल्म है जंजीर. जिसने रातों रात अमिताभ बच्चन की जिंदगी बदल दी थी. ये ऐसी फिल्म थी जिसकी चमक आज भी फीकी नहीं पड़ सकी है. करीब पांच दशक पहले रिलीज हुई फिल्म ने अमिताभ बच्चन की तो किस्मत बदली ही, धर्मेंद्र के हाथ से एक बड़ा मौका निकल गया. वो भी उनकी बहन की वजह से.
इस कीमत में खरीदी फिल्म
धर्मेंद्र को जंजीर फिल्म की कहानी इतनी ज्यादा पसंद आई थी कि उन्होंने 17 हजार पांच सौ रुपये देकर फिल्म की कहानी खरीद ली थी. उस जमाने में 17 हजार की रकम भी बहुत बड़ी हुआ करती थी. ये कहानी सलमान खान के पापा सलीम खान ने उन्हें पढ़वाई थी. जिसे सुनते ही धर्मेंद्र ने उन्हें रकम अदा की और कहानी खरीद ली. लेकिन कहानी खरीदते ही उस पर काम शुरू नहीं कर सके थे. असल में उस वक्त धर्मेंद्र किसी और प्रोजेक्ट में व्यस्त चल रहे थे. और प्रकाश मेहरा जल्द से जल्द उस कहानी पर फिल्म बनाने का काम शुरू करना चाहते थे. प्रकाश मेहरा को भी कहानी इतनी पसंद आई थी कि वो उस फिल्म से अलग नहीं होना चाहते थे. इसलिए धर्मेंद्र ने उन्हें फिल्म बनाने की इजाजत दे दी थी.
बहन की वजह से फिल्म से हुए दूर
धर्मेंद्र की ये फिल्म बनाने की पूरी तैयारी हो चुकी थी. लेकिन इस बीच उनकी कजिन बहन ने मामला अटका दिया. बहन ने उन्हें कसम दी कि वो कुछ भी हो जाए प्रकाश मेहरा की फिल्म नहीं करेंगे. इसके बाद धर्मेंद्र बड़ी उलझन में फंस गए. असल में बहन किसी फिल्म पर काम कर रही थीं जिसमें वो प्रकाश मेहरा को शामिल करना चाहती थीं. लेकिन कुछ पेंच फंसा और बात अधूरी रह गई. जिसके बाद वो प्रकाश मेहरा से नाराज हो गईं. वही नाराजगी धर्मेंद्र औऱ जंजीर के बीच दीवार बन कर खड़ी हो गई. और धर्मेंद्र के हाथ से फिल्म निकल गई.