'ये जवानी है दीवानी' में नैना के रोल ने दीपिका पादुकोण में ला दिए थे बदलाव, सीख ली थी ये बात

दीपिका पादुकोण की फिल्म 'ये जवानी है दीवानी' साल 2013 में रिलीज हुई थी, जिसे दर्शकों द्वारा भरपूर प्यार मिला था. बुधवार 31 मई को फ़िल्म ने अपनी रिलीज के 10 साल पूरे कर लिए हैं.

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'ये जवानी है दीवानी' में नैना के रोल ने दीपिका पादुकोण में ला दिए थे बदलाव
नई दिल्ली:

दीपिका पादुकोण की फिल्म 'ये जवानी है दीवानी' साल 2013 में रिलीज हुई थी, जिसे दर्शकों द्वारा भरपूर प्यार मिला था. बुधवार 31 मई को फ़िल्म ने अपनी रिलीज के 10 साल पूरे कर लिए हैं. दीपिका फुल प्रूफ एंटरटेनमेंट का एक ऐसा पैकेज है जिसमें टैलेंट कूट-कूटकर भरा हुआ है. दीपिका एक ऐसी अदाकारा हैं जिनपर ग्लैमरस, एक्शन से लेकर रोमांटिक और यहां तक की कॉमेडी रोल भी जचती है. वह हर तरह के रोल में फिट हो जाती हैं. 

फ़िल्म 'ये जवानी है दीवानी' ने प्यार और दोस्ती के मूल विषय के साथ, फिल्म ने बॉक्स आफिस पर अपना दबदबा जारी रखा था और उस साल कई बड़े ट्रेंड सेट किए - चाहे वह दीपिका का गीक ग्लास हो या बतमीज़ दिल की क्लासिक कॉकटेल वाली ब्लू साड़ी, हर लड़की नैना जैसा बनने की ख्वाहिश रखती थी! निर्देशक अयान मुखर्जी ने बताया कि नैना के चरित्र ने बन्नी (रणबीर कपूर) को एक सही संतुलन प्रदान किया.  उन्होंने कहा, "दीपिका रणबीर के खिलाफ अपनी पकड़ मजबूत रखती हैं. जिस तरह 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' में काजोल के किरदार को शाहरुख खान से प्यार हो गया था, उसी तरह लोग रणबीर को दीपिका की वजह से प्यार करते हैं."

नैना का किरदार निभाना स्वाभाविक रूप से दीपिका के लिए ही था जो उनके किरदार और विकास से संबंधित थी. पहले के एक इंटरव्यू में दीपिका ने कहा, "मेरा मानना ​​​​है कि 'ये जवानी है दीवानी' के बाद मैं खुद में ही वापस आ गई क्योंकि जीवन में मेरी जर्नी मेरा चरित्र नैना तलवार के समान ही है." दीपिका ने नैना के रूप में हमें बहुत कुछ सिखाया, जिसने हर पल गले लगाने और एक स्वतंत्र, आत्मविश्वासी व्यक्ति बनने के लिए अपने संदेह और घबराहट को पार किया. वास्तव में हम किसी चुनौतीपूर्ण समय में, नैना से जो चीजें सीख सकते हैं वह है 'थोड़ा वक्त दो सब ठीक हो जाएगा'.
 

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