हिंदू संगठन के बाद अब मुस्लिम बोर्ड भी आया 'पठान' के विरोध में, फिल्म को बताया इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ

मध्य प्रदेश के उलेमा बोर्ड ने फिल्म पठान और उसके बेशर्म रंग गाने को लेकर नाराजगी व्यक्त की है और मांग की है कि फिल्म सिनेमाघरों में प्रदर्शित नहीं होनी चाहिए.

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हिंदू संगठन के बाद अब मुस्लिम बोर्ड भी आया 'पठान' के विरोध में
नई दिल्ली:

फिल्म पठान का पहला गाना बेशर्म रंग रिलीज होते ही विवादों में आ गया है. गाने में दीपिका पादुकोण ने बिकिनी बनी पहनी है. जिसके रंग को लेकर बीजेपी नेताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की है. इतना ही वहीं फिल्म पठान और शाहरुख खान सहित दीपिका पादुकोण के खिलाफ अश्लीलता फैलाने के नाम पर एफआईआर तक दर्ज हो गई है. लेकिन अब मुस्लिम बोर्ड भी शाहरुख खान की फिल्म के खिलाफ आ गया है और बोर्ड ने फिल्म पठान को बंद करने की मांग की है. 

अंग्रेजी वेबसाइट इंडिया टुडे की खबर के अनुसार मध्य प्रदेश के उलेमा बोर्ड ने फिल्म पठान और उसके बेशर्म रंग गाने को लेकर नाराजगी व्यक्त की है और मांग की है कि फिल्म सिनेमाघरों में प्रदर्शित नहीं होनी चाहिए. बोर्ड के प्रमुख सैयद अनस अली ने कहा है कि 'पठान' एक उच्च सम्मानित समुदाय थे और फिल्म इस्लाम का अपमान करती है. बोर्ड ने फिल्म पठान का बहिष्कार करने की मांग की है और सैयद अनस अली ने कहा है कि 'अश्लीलता' को लेकर फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज होने से रोका जाना चाहिए.

सैयद अनस अली ने कहा है कि फिल्म पठान में अश्लीलता को लेकर उन्हें कई कॉल और शिकायतें मिली हैं. फिल्म में इस्लाम को गलत तरीके से प्रचारित किया गया है. सैयद अनस अली ने कहा, 'पठान नाम की एक फिल्म बनी है जिसमें शाहरुख खान हीरो हैं लोग उन्हें देखते हैं और उन्हें पसंद करते हैं, लेकिन हमें कॉल और शिकायतें मिली हैं और उन्होंने इस फिल्म के अंदर फैलाई गई अश्लीलता और गलत तरीके से इस्लाम का प्रचार करने पर गुस्सा जाहिर किया है.'

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सैयद अनस अली ने आगे कहा, 'यह हमारा अधिकार है कि हम इस बात से समझौता न करें कि कोई हमारे इस्लाम, हमारे धर्म को कैसे पेश करेगा. अगर कोई इस्लाम की गलत परिभाषा प्रस्तुत करता है, तो यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने धर्म की सही परिभाषा प्रस्तुत करें. मैं सेंसर बोर्ड से पुरजोर अपील करता हूं और भारत भर के सभी सिनेमाघर मालिकों से कहना चाहता हूं कि वे इस फिल्म को कहीं भी प्रदर्शित न होने दें. क्योंकि इससे गलत संदेश जाएगा, शांति भंग होगी और इस देश के सभी मुसलमानों की भावनाएं आहत होंगी और हमारा मजाक बनाया जाएगा.'

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सैयद अनस अली ने आगे कहा, 'इस तरह की फिल्में इस्लाम और मुसलमानों का मजाक बनाने के लिए बनाई जाती हैं. उनका विरोध किया जाना चाहिए. पठान एक उच्च सम्मानित समुदाय हैं लेकिन उन्हें फिल्म में बहुत गलत तरीके से चित्रित किया गया है.' सैयद अनस अली ने यह भी कहा है कि हज कमेटी से शाहरुख खान को उमराह के लिए वीजा नहीं देने की सिफारिश की है. आपको बता दें कि फिल्म पठान 25 जनवरी 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है.

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