बॉलीवुड के मशहूर आर्ट डायरेक्टर मारुतिराव काले (Marutirao Kale) का निधन हो गया है. वह 92 वर्ष के थे और कोविड-19 संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती थे. उनका निधन 26 मई को मुंबई के होली फैमिली अस्पताल में हुआ जहां वह 7 मई से कोरोना का इलाज करवा रहे थे. मारुतिराव काले (Marutirao Kale) बॉलीवुड में 100 से ज्यादा फिल्मों के आर्ट डायरेक्टर रह चुके थे, दिलचस्प यह है कि उन्होंने बॉलीवुड में बतौर कारपेंटर काम शुरू किया था.
बताया जाता है कि मारुतिराव काले (Marutirao Kale) ने मुगल-ए-आजम (1960) फिल्म से बतौर कारपेंटर जुड़े हुए थे. उन्होंने कई फिल्मों के लिए यह काम किया था. 1983 में वह असिस्टेंट आर्ट डायरेक्टर बने. इस तरह वह अपनी मेहनत के दम पर राजकुमार और दिलीप कुमार की फिल्म 'सौदागर (1991)', मिथुन चक्रवर्ती की 'कमांडो (1988)', अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर की 'अजूबा (1991)' और मिथुन चक्रवर्ती की 'डिस्को डांसर (1982)' समेत कई फिल्मों में आर्ट डायरेक्टर के तौर पर काम कर चुके थे.