फिल्म इंडस्ट्री में इन दिनों बड़े स्टार विलेन बन कहर ढा रहे हैं. उनकी हीरोपंती ही नहीं निगेटिव किरदार भी दर्शकों को खूब भा रहा है. हाल ही में आई 'एनिमल' में बॉबी देओल की बात करें या पिछले साल आई 'पठान' में जॉन अब्राहम की, कई बड़े एक्टर निगेटिव भूमिका में जबरदस्त हिट परफॉर्मेंस दे रहे हैं. ऐसा ही कुछ हुआ है बॉलीवुड में 17 साल पहले एंट्री लेने वाले एक हैंडसम-हंक हीरो के साथ. पहले तो उनकी तुलना सलमान खान और शाहरुख खान जैसे बड़े सुपरस्टार से हुई लेकिन फिर 6 साल में 15 फ्लॉप फिल्में देकर उन्होंने इसे फीका साबित कर दिया. हालांकि, इसके बाद उन्होंने विलेन का किरदार निभाना शुरू किया और फिर उनकी किस्मत संवर गई.
2001 में बॉलीवुड में एंट्री
हम बात कर रहे हैं 2001 में फिल्म 'प्यार इश्क और मोहब्बत' से बॉलीवुड में एंट्री लेने वाले अर्जुन रामपाल की. जिन्हें हीरो से ज्यादा विलेन की भूमिका में पसंद किया जा रहा है. इस रोल में उन्हें लगातार हिट मिल रही है. अर्जुन रामपाल की पहली ही फिल्म बॉक्स ऑफिस पर डिजास्टर बन गई थी. इसके बाद उन्होंने 'दीवानापन', 'मोक्ष', 'आंखें', 'दिल है तुम्हारा', 'दिल का रिश्ता', 'तहजीब', 'असंभव', 'वादा', 'ऐलान', 'एक अजनबी', 'हमको तुमसे प्यार है', 'डरना जरूरी है', 'अलग' और 'आई सी यू' जैसी फिल्मों में बतौर एक्टर काम किया लेकिन सब की सब सुपर-डुपर फ्लॉप रहीं.
इस तरह खुली अर्जुन रामपाल की किस्मत
6 साल तक लगातार 15 फ्लॉप देने के बाद अर्जुन रामपाल के करियर ने टर्निंग पॉइंट लिया और उन्हें 'ओम शांति ओम' में विलेन का किरदार मिला. अर्जुन रामपाल ने भी इसके लिए झट से हां कर दी. उनका फैसला सही साबित हुआ और एक बार फिर उनके एक्टिंग करियर में जान आ गई. शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की ये फिल्म साल 2007 में आई. इस फिल्म से अर्जुन रामपाल की किस्मत का सितारा बुलंदियों पर पहुंच गया. खलनायक की भूमिका में उन्हें खूब पसंद किया गया. इस फिल्म ने ताबड़तोड़ कमाई की और अर्जुन के डूबते करियर को बड़ा सहारा दिला दिया. इसके बाद अर्जुन रामपाल ने कई फिल्मों में निगेटिव रोल निभाया और आज हिट विलेन की लिस्ट में शामिल हैं.