फिल्म इंडस्ट्री में जो भी हीरो या हीरोइन अपना करियर बनाने के लिए आते हैं, उनमें से अधिकांश का सपना होता है कि वो रजत पटल पर खूब चमके, खूब नाम कमाए और नाम के साथ साथ दौलत भी कमाएं. इस हसरत को पूरा करने वाले कमर्शियल सिनेमा के पैरलल चलता है आर्ट सिनेमा. जहां नाम और टैलेंट तो खूब बिकता है लेकिन दौलत के मामले में वो पीछा रह जाता है. क्या आप सोच सकते हैं कि फिल्म इंडस्ट्री का कोई सितारा ऐसा भी हो जिसे कमर्शियल सिनेमा में हर मनचाही चीज मिल जाए उसके बावजूद वो इस तरह के सिनेमा में आकर दुखी हो जाए. नहीं में जवाब देने से पहले फिल्म इंडस्ट्री की एक बेहद टैलेंटेड और खूबसूरत एक्ट्रेस के बारे में जान लीजिए. जो वाकई कमर्शियल सिनेमा में हिट होकर बहुत दुखी थी.
ये थी वो एक्ट्रेस
ये एक्ट्रेस कोई और नहीं स्मिता पाटिल थीं. जिन्होंने बॉलीवुड में इतना यादगार काम किया है कि उन्हें भुला पाना आसान नहीं है. हाल ही में उन्हीं की एक फिल्म मंथन, कान्स मूवी फेस्टिवल में भी दिखाई गई थी. स्मिता पाटिल ने आर्ट मूवीज में जमकर काम किया है. वो हमेशा चाहती थीं कि उनकी इमेज एक संजीदा और सादगी पसंद एक्ट्रेस की बने. हालांकि उन्होंने कुछ कमर्शियल फिल्मों में भी काम किया. इत्तेफाक देखिए कि वो अपनी एक्टिंग के दम पर आर्ट मूवीज के जरिए क्रिटिक्स की जितनी फेवरेट बनी, कमर्शियल मूवीज में आकर भी दर्शकों का दिल वैसे ही जीतने में कामयाब रहीं. ये बात अलग है कि उन्हें इस बात का इतना दुख हुआ कि वो बहुत रोईं भीं.
हिट फिल्म के बाद भी निकले आंसू
स्मिता पाटिल ने अमिताभ बच्चन के साथ एक फिल्म की थी, जिसका नाम था नमक हलाल. इस फिल्म में वो अपनी बाकी फिल्मों के मुकाबले काफी ग्लैमरस अवतार में नजर आईं थीं. अमिताभ बच्चन भी उस समय एक बड़े सितारे बन चुके थे. फिल्म की दूसरी कास्ट शशि कपूर और परवीन बाबी भी जाने माने सितारे थे. उन सबके बीच स्मिता पाटिल अपनी अलग पहचान बनाकर दर्शकों के दिलों में उतरी. आईएमडीबी ट्रिविया के मुताबिक फिल्म जबरदस्त हिट रही थी लेकिन स्मिता पाटिल एक बंद कमरे में फूट फूट कर रो रही थीं. क्योंकि, वो नहीं चाहती थीं कि वो फिल्मों में नाचे गाएं. शूट के दौरान भी वो इस बात को लेकर काफी अनकंफर्टेबल थीं. लेकिन अमिताभ बच्चन ने उनकी बहुत हेल्प की. जिसके बाद वो कंफर्टेबली गाने शूट कर सकीं.