दिल्ली हाईकोर्ट में अभिनेता अभिषेक बच्चन ने अपने व्यक्तित्व अधिकारों की सुरक्षा के लिए याचिका दायर की है. उनका आरोप है कि कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स उनकी तस्वीर, आवाज और पहचान का बिना अनुमति इस्तेमाल कर रहे हैं. इसमें डीपफेक और एआई-जनरेटेड वीडियो, वॉलपेपर, मर्चेंडाइज और नकली ऑटोग्राफ तक शामिल हैं.
याचिका में यह भी बताया गया है कि अभिषेक की छवि और व्यक्तित्व का गलत इस्तेमाल कर अनाधिकृत डीपफेक और व्यावसायिक मर्चेंडाइज बनाए जा रहे हैं. इस मामले में 14 प्रतिवादी बनाए गए हैं और करीब 175 उल्लंघनकारी लिंक की पहचान की गई है.
सुनवाई के दौरान जस्टिस तेजस करिया ने कहा कि अदालत गूगल और अन्य प्लेटफॉर्म्स को ऐसे लिंक हटाने का आदेश दे सकती है, लेकिन इसके लिए याचिकाकर्ता को हर प्लेटफॉर्म और URL अलग-अलग बताने होंगे. अभिषेक बच्चन की ओर से पेश हुए वकील प्रवीण आनंद (मैनेजिंग पार्टनर, आनंद एंड आनंद) ने कहा कि यह जानकारी अदालत को आज ही उपलब्ध करा दी जाएगी. इसके बाद अदालत ने सुनवाई दोपहर तक के लिए टाल दी.
इससे पहले, अभिषेक की पत्नी और अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन ने भी अदालत का दरवाजा खटखटाया था. उन्होंने अपनी छवि का आपत्तिजनक एआई कंटेंट और मॉर्फ्ड फोटो रोके जाने की मांग की थी. दरअसल बच्चन परिवार में सबसे पहले अमिताभ बच्चन ने 2022 में दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया था. उन्होंने अपने नाम, तस्वीर, आवाज और यहां तक कि कौन बनेगा करोड़पति के अंदाज (“कंप्यूटर जी, लॉक किया जाए”) तक के इस्तेमाल पर रोक लगवाई थी.
यानी अब बच्चन परिवार के तीन सदस्य — अमिताभ, ऐश्वर्या और अभिषेक — सभी ने अपने व्यक्तित्व अधिकारों की सुरक्षा को लेकर अदालत का सहारा लिया है.
अभिषेक बच्चन की लॉ फर्म आनंद एंड आनंद से जुड़े पार्टनर अमित नायक ने कहा, “ये आदेश मील का पत्थर साबित हुए हैं, जिनमें माननीय दिल्ली हाईकोर्ट ने श्री अमिताभ बच्चन, श्री अनिल कपूर और श्री जैकी श्रॉफ जैसे सितारों के व्यक्तित्व अधिकारों को मान्यता दी है. उल्लंघन करने वाले लिंक हटाना सही दिशा में उठाया गया कदम है, जिसका श्रेय श्री प्रवीण आनंद को जाता है. इसी तरह, फिल्म अंदाज अपना अपना और टीवी शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा के किरदार अधिकारों की सुरक्षा के लिए भी ऐतिहासिक आदेश दिए गए हैं. बदलती तकनीक और डिजिटल मीडिया के इस दौर में हमें अपने क्लाइंट्स की सुरक्षा करना बेहद जरूरी है.”
गौरतलब है कि बच्चन परिवार से अलावा भी कई बड़े सितारे अदालत जा चुके हैं. जैकी श्रॉफ ने अपने नाम और “भिड़ु” जैसे उपनाम पर सुरक्षा पाई, वहीं अनिल कपूर ने अपने हावभाव और मशहूर डायलॉग “झकास” तक को सुरक्षित कर लिया. यह रुझान साफ दिखाता है कि डिजिटल और एआई के इस दौर में सितारों की छवि को बचाना अब पहले से कहीं ज्यादा जरूरी हो गया है.