34 साल पहले रिलीज हुई थी यह सुपरहिट फिल्म, इसके गानों से जो जुड़ा, रातोंरात बन गया सुपरस्टार 

कुमार सानू ने फिल्म के सबसे ज्यादा गाने गाए और उन्हें फिल्म के ही एक गाने के लिए बेस्ट मेल प्लैबैक सिंगर का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था.

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जितना फिल्म ने बड़े परदे पर कमाल दिखाया था उससे कही ज्यादा धमाल इसके गानों ने मचाया था.

Bollywood Gold: यह वो फिल्म है जिसने दो न्यूकमर्स को सुपरस्टार बना दिया था, यह वो फिल्म है जिसके गाने गाकर कुमार सानु की आवाज़ हर दिल की जान बन गई थी और यह वो फिल्म है जिसके गानों ने संगीतकार नदीम श्रवण को उनका पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड दिलाया था. यहां तक कि टी सीरीज ने इसके एक करोड़ कैसेट्स बिकने के बाद गिनती तक छोड़ दी थी. हम बात कर रहे हैं महेश भट्ट निर्देशित फिल्म आशिकी (Aashiqui) की जिसके गाने रिलीज के बाद से लेकर आज तक सुपरहिट कहे जाते हैं. 

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फिल्म आशिकी साल 1990 में बड़े परदे पर आई थी. इस फिल्म से अनु अग्रवाल और राहुल रॉय (Rahul Roy) ने डेब्यू किया था. फिल्म को महेश भट्ट ने डायरेक्ट किया था, संगीतकार थे नदीम-श्रवण, गाने लिखे थे समीर, मदन पाल, रानी मलिक ने और गानों को अपनी आवाज़ दी थी कुमार सानु (Kumar Sanu), उदित नारायण और अनुराथा पौडवाल ने. 

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इस फिल्म के गानों का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोला था. अब तेरे बिन, नजर के सामने, जाने जिगर जानेमन, मैं दुनिया भुला दूंगा, बस एक सनम चाहिए और धीरे-धीरे से मेरी जिंदगी में आना समेत फिल्म के सभी गाने सुपरहिट हुए थे. फिल्म ने जो कमाल दिखाया था उससे कही ज्यादा बढ़कर गानों ने धूम मचा दी थी. 

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आशिकी के कैसेट जिन दुकानों में गए थे कुछ घंटों में ही सोल्ड आउट होने लगे थे, इसीलिए जब गाने के एक करोड़ कैसेट्स बिक गए तो टी सीरीज ने एल्बम की गिनती करना ही छोड़ दी. फिल्म के गानों से कई दिलचस्प किस्से भी जुड़े हैं. 

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आशिकी के गानों के लिए नदीम श्रवण (Nadeem Shravan) को अपने करियर का पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था, यह अवॉर्ड बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर का था. समीर को नजर के सामने गाना लिखने के लिए बेस्ट लिरिस्ट का फिल्मफेयर मिला था और इसी गाने के लिए बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर का अवॉर्ड अनुराधा पौडवाल ने जीता था. कुमार सानू ने फिल्म के सबसे ज्यादा गाने गाए और उन्हें अब तेरे बिन गाना गाने के लिए बेस्ट मेल प्लैबैक सिंगर का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला. 

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आशिकी फिल्म गुल्शन कुमार कैंप की थी. इस फिल्म के लिए दिल है के मानता नहीं गाना भी रिकॉर्ड हुआ था लेकिन महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) ने आशिकी की स्टोरीलाइन के लिए इसे सही नहीं समझा और गाना फिल्म में नहीं लिया. गाने सुनकर गुलशन कुमार को लोगों ने कहा था कि इतने गंदे गाने हैं, हीरो हीरोइन अच्छे नहीं है तो यह फिल्म भी नहीं चलेगी. गुलशन कुमार को लगा कि फिल्म फ्लॉप होगी तो उन्होंने सोचा फिल्म रिलीज ही नहीं की जाएगी. महेश भट्ट ने गुलशन कुमार को समझाया और कहा कि आप क्या पागल हो गए हैं. गुलशन कुमार ने महेश भट्ट से कहा था कि अगर आपको भरोसा है तो पेपर पर लिखकर दो कि फिल्म नहीं चली तो मैं डायरेक्शन छोड़ दुंगा. महेश भट्ट ने ऐसा ही किया और इसके बाद गुलशन कुमार ने कहा कि आपको अगर इतना भरोसा है इस फिल्म पर तो मैं इसका इतना प्रोमोशन करूंगा जितना किसी का नहीं किया. इसके बाद जो हुआ वो तो इतिहास बन गया. आशिकी के गाने धमाकेदार साबित हुए थे और आज भी इस एल्बम को बॉलीवुड के सबसे सक्सेसफुल एल्बम्स की गिनती में टॉप पर रखा जाता है. 

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