इस साल आमिर खान के बेटे जुनैद खान ने बॉलीवुड में डेब्यू किया. उनकी डेब्यू फिल्म महाराज है, जो नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई थी. महाराज को दर्शकों ने खूब पसंद किया है. फिल्म में जुनैद खान की एक्टिंग को खूब पसंद किया गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आमिर खान नहीं चाहते थे कि उनके बेटे फिल्म महाराज करें. इसके बजाय उन्होंने जुनैद खान को बस में बैठकर पूरे भारत को घूमने की सलाह दी थी. यह खुलासा आमिर खान ने खुद अमिताभ बच्चन के क्विज शो केबीसी 16 (कौन बनेगा करोड़पति 16) में किया है.
हाल ही में आमिर खान बेटे जुनैद खान के साथ केबीसी 16 के सेट पर पहुंचे. यह उन्होंने अमिताभ बच्च के साथ काफी मस्ती-मजाक भी किया. इस दौरान बातचीत में आमिर खान ने स्वीकार किया कि वह शुरू में जुनैद को महाराज में भूमिका निभाने के पक्ष में नहीं थे. उन्होंने कहा, 'शुरू में मैंने जुनैद को फिल्म न करने की सलाह दी थी क्योंकि उसने कई स्क्रीन टेस्ट दिए थे और हर बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा था. हालांकि बाद में महाराज के लिए चुना गया था, और मुझे लगा कि उसे यह फिल्म नहीं करनी चाहिए थी.'
आमिर खान ने कहा है कि हालांकि, जुनैद खान अपने रोल को लेकर कॉन्फिडेंस थे, क्योंकि यह उन कुछ ऑडिशन में से एक था जिसमें उन्होंने सफलता पाई थी, इसलिए वह यह मौका चाहते थे, क्योंकि उन्हें नहीं पता था कि अगला मौका कब मिलेगा. वहीं पापा आमिर को लेकर जुनैद ने कहा, 'मैं एक थिएटर स्कूल में शामिल होना चाहता था, और पापा सहमत हुए, उन्होंने मुझे खास सलाह दी और कहा कि आप अनुभव के जरिए कहीं भी एक्टिंग सीख सकते हैं, लेकिन अगर आप भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में सफल होना चाहते हैं, तो आपको हिंदी और इस देश की संस्कृति को समझना होगा. आपको भारत के लोगों से जुड़ने की जरूरत है. अन्यथा आप एक महान एक्टर हो सकते हैं, लेकिन आप यहां फिट नहीं होंगे.'
बेटे जुनैद की बातों में अपनी आमिर ने कहा, 'मैंने इसे कश्मीर से कन्याकुमारी तक बस से सफर करने और स्थानीय संस्कृतियों को जानने के लिए कुछ समय तक वहां रहने की सलाह दी. यह सफर आपको ऐसी चीजें सिखाएगी जो कोई स्कूल या कॉलेज नहीं सिखा सकता.'