जिस फिल्म में दिग्गज कलाकारों की भरमार हो, क्या वो फिल्म बहुत कम बजट में बन कर तैयार हो सकती है. इससे भी इतर एक सवाल ये है कि एक फिल्म जिसमें सिर्फ दो लोगों के संवाद चल रहे हों. दोनों कलाकार उम्र दराज हों. मसाले के नाम पर फिल्म सिर्फ संजीदगी और जज्बात परोसे गए हों तो क्या वो दर्शकों की कसौटी पर खरी उतर सकती है. खालिस बॉलीवुड मसाला फिल्म देखने के शौकीन शायद इस सवाल का ना में जवाब दे दें. लेकिन कुछ फिल्में उनकी सोच को गलत साबित कर सकती हैं जिसमें फिल्म 'अ वेडनस्डे' भी शामिल है जो बॉलीवुड के हिट फॉर्मूले से बिलकुल अलग है लेकिन कलेक्शन में लाजवाब साबित हुई.
महज 5 करोड़ में बनी फिल्म
'अ वेडनस्डे' नाम की फिल्म साल 2008 में रिलीज हुई. फिल्म की खास बात ये थी कि फिल्म में नसीरूद्दीन, अनुपम खेर, जिमी शेरगिल और दीपल शॉ जैसे कलाकार थे. फिल्म को न तो किसी खूबसूरत लोकेशन पर शूट किया गया. न ही बार बार लोकेशन में बदलाव किए गए हैं. कुल दो से तीन लोकेशन पर ही फिल्म का अधिकांश हिस्सा फिल्माया गया. नसीरुद्दीन शाह और अनुपम खेर जैसे दिग्गज कलाकारों की मौजूदगी के बावजूद महज 5 करोड़ रुपये में ये फिल्म बन कर तैयार हो गई. लेकिन कमाई के मामले में फिल्म ने गजब ही कर दिया. इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 30 करोड़ रुपये तक कमा डाले.
महज चार घंटे की कहानी
ये चार घंटे फिल्म की ड्यूरेशन नहीं है बल्कि फिल्म की कहानी को सिर्फ एक बुधवार के चार घंटे के बीच सेट किया गया है, जिसमें एक मिडिल क्लास व्यक्ति पुलिस को फोन करता है और आतंक की वजह से होने वाली परेशानी पर ध्यान खींचता है. लेकिन उससे पहले खुद ही एक बम ब्लास्ट की चेतावनी देता है. फिल्म दो लोगों का सादा सा संवाद है लेकिन दिल को अंदर तक हिला कर रख देती है. एक कड़वी सच्चाई को बहुत खूबसूरती और संवेदना के साथ पेश करती है फिल्म अ वेडनसडे.