नब्बे के दशक में दूरदर्शन पर एक सुपरहीरो शो आया करता था, नाम था शक्तिमान. इस शो के बच्चे उस समय दीवाने हुआ करते थे. अपनी लाल ड्रेस पहनकर और हाथ उठाकर घूमते हुए जब गंगाधर शक्तिमान बनता था, तब बच्चों के चेहरे भी खिल जाया करते थे. उस दौर में शक्तिमान सिर्फ एक फेंटेसी कैरेक्टर नहीं था बल्कि बच्चों के लिए एक आइडियल सुपर हीरो भी था. शक्तिमान एपिसोड खत्म होने के बाद जो मैसेज देता था वो बच्चों के लिए एक सीख बन जाता था. इसलिए कई बार ये देसी सुपर हीरो बच्चों के लिए टीचर का काम भी करता था. जिसकी बात बच्चे जरूर सुना करते थे.
बच्चे पीने लगे थे दूध
दूध पीने से अक्सर बच्चे कतराते हैं. किसी बच्चे को दूध का स्वाद पसंद नहीं होता तो किसी को दूध की स्मेल बर्दाश्त नहीं होती. लेकिन शक्तिमान के कहने पर उस दौर के कई बच्चों ने दूध पीना शुरू कर दिया था. मुकेश खन्ना ने खुद एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके पास एक बार एक महिला आई. उसने उनसे कहा कि वो उनकी बहुत शुक्रगुजार हैं. ये सुनकर मुकेश खन्ना ने उनसे पूछा कि वो किस बात को लेकर उन्हें धन्यवाद कर रही हैं. तब उस महिला ने कहा कि शक्तिमान शो में मुकेश खन्ना के दिए मैसेज की वजह से उनका बेटा दूध पीने लगा है. आपको बता दें इस शो में मुकेश खन्ना ही शक्तिमान बनकर आया करते थे.
दो सौ से ज्यादा दिए मैसेज
शक्तिमान के हर एपिसोड के खत्म होने पर मुकेश खन्ना शक्तिमान के ही गेटअप में बच्चों के नाम कोई मैसेज दिया करते थे. इस तरह पूरे एपिसोड्स के जरिए उन्होंने दो सौ अलग अलग मुद्दों पर मैसेज दिए थे. जिसमें कई मैसेज को बच्चों ने फॉलो भी किया. आपको बता दें कि शक्तिमान का प्रसारण डीडी नेशनल पर साल 1997 में सितंबर माह से शुरू हुआ था. ये शो साल 2005 तक जारी रहा था. जिसमें मुकेश खन्ना के अलावा किट्टू गिधवानी भी दिखीं थीं. जिन्हें बाद में वैष्णवी ने रिप्लेस किया था. सुरेंद्र पाल ने इस मूवी में तमराज किलविश का रोल अदा किया था.