तस्वीर में पेंसिल पकड़े सोई ये बच्ची आज ओटीटी की दुनिया पर राज करती है. पढ़ाई में अव्वल रही इस बच्ची ने इकोनॉमिक्स और मैथ्स में डबल बैचलर डिग्री हासिल की है. लेकिन बचपन से ही फिल्मों और एक्टिंग की शौकीन रही इस बच्ची ने फिल्मी दुनिया में करियर बनाने का फैसला लिया और छोटी सी उम्र में ही कथक सीखी. एक्टिंग की धुन थी तो थियेटर ज्वाइन किया. फिर फिल्मों में आई और इसके बाद ओटीटी की दुनिया में कदम रखा और यहां की पहले लेडी सुपरस्टार बन गई.
2005 में किया डेब्यू
ये बच्ची और कोई नहीं बल्कि राधिका आप्टे हैं. 7 सितंबर 1985 को महाराष्ट्र के पुणे में जन्मी राधिका नॉन फिल्मी बैकग्राउंड से आती हैं. राधिका के पिता डॉ. चारुदत्त आप्टे पुणे के एक हॉस्पिटल के चेयरपर्सन और न्यूरोसर्जन हैं. लेकिन राधिका के दिल में हमेशा से एक्टिंग के लिए प्यार रहा. साल 2005 में राधिका ने फिल्म वाह लाइफ हो तो ऐसी के साथ बॉलीवुड में डेब्यू किया. इस फिल्म में राधिका, शाहिद की बहन बनी थीं.
बनीं ओटीटी क्वीन
इसके बाद वह शोर इन द सिटी, रक्त चरित्र, रक्त चरित्र 2, बदलापुर, पैडमैन, मांझी: द माउंटेन मैन, अंधाधुन और लस्ट स्टोरीज में नजर आईं और जबरदस्त काम किया. हिंदी के साथ ही वह तमिल, तेलुगु, मलयालम, मराठी, बंगाली और अंग्रेजी फिल्मों में भी अपने अभिनय का जलवा दिखा चुकी हैं. उन्होंने ओटीटी पर फोबिया, लस्ट स्टोरीज, मिसेस अंडरकवर, सीक्रेट गेम्स और घोल जैसे फिल्मों और शोज से ओटीटी क्वीन का टाइटल हासिल किया है. 19 सालों में राधिका 46 फिल्मों में काम किया है.