इंसानी जज़्बातों और आपसी रिश्तों को गहराई से दर्शाती है यह फिल्म. फ़िल्म की अलग-अलग कहानियों में आपसी रिश्तों के ताने-बाने को एक अलग अंदाज़ में पेश करने की कोशिश की गई है. सभी कहानियों की थीम एक ही है - क्लोज़र, जिसका हिंदी में अर्थ समापन या समाप्ति होता है. इन सभी कहानियों में ज़िंदगी के एक अध्याय को ख़त्म कर ज़िंदगी की नई शुरुआत करने की जद्दोजहद को दिखाया गया है. फिल्म में अभिषेक बैनर्जी, दितिप्रिया रॉय, नमित दास, भूपेंद्र जाडावत, विभा आनंद, रेणुका शहाणे, राजेश्वरी सचदेव और सैयद रज़ा जैसे एक्टर्स हैं.
इस फ़िल्म का निर्देशन ब्रिंदा मित्रा ने किया है. इसमें बल्लू (अभिषेक बैनर्जी) और मोगली (दितिप्रीया रॉय) नाम के भाई-बहन की कहानी को दिखाया गया है. दोनों अपने जीवन में घटित हुए एक दुखद घटना से जूझने के अलावा ज़िंदगी से जुड़ी एक सच्चाई के उजागर होने से परेशान हो जाते हैं और दोनों को अपनी निजी ज़िंदगी की इन घटनाओं से मुक़ाबला करने की कोशिशों के दौरान कई तरह की मुश्क़िलों का सामना करना पड़ता है. जैसे-जैसे दोनों सच्चाई जानने के करीब पहुंचते हैं, दोनों को इस बात का एहसास होता है कि दोनों मिलकर ही इसका समाधान पा सकते है और आगे की ज़िंदगी सुकून के साथ जी सकते हैं.
सालों पहले कॉलेज की पढ़ाई बीच में ही छोड़ देने के बाद एक दिन अभिनव श्रीवास्तव (भूपेंद्र जाडावत) उसी कॉलेज में पुरानों छात्रों से जुड़े एक ख़ास आयोजन में पहुंच जाते हैं. यहां उनकी मुलाक़ात अंगद सिंह (नमित दास) नामक शख़्स से हो जाती है. नमित की पहचान अब एक बड़े और बेस्ट सेलिंग लेखक के तौर पर होती है. पहली नज़र में दोनों की यह मुलाक़ात अचानक होती है, मगर फिर जल्द ही दोनों के बीच कुछ पुरानी और अनकही बातों का सच सामने आने लगता है जो दोनों को हैरान कर देता है. अभिनव और अंगद की यह मुलाक़ात दोनों को एक अलग राह पर ले जाती है.
वहीं ईरा अय्यर (रेणुका शहाणे) अपने बेटे नील (सैयद रज़ा) के साथ रहती हैं. एक दिन ईरा अपनी ज़िंदगी से जुड़े एक राज़ को उजागर करने का फ़ैसला करती हैं. एक ऐसा राज़, जिसे उन्होंने सालों पहले दफ़्न कर दिया था. इस सिलसिले में वह जल्द ही निख़त (राजेश्वरी सचदेव) से मिलने का फ़ैसला करती है, ताकि सालों पहले उनके साथ हुई घटना को खत्म कर के वह अपनी ज़िंदगी को एक नये सिरे से शुरु कर सकें. यह लघु एंथोलॉजी डिज़्नी+हॉटस्टार पर 6 मई, 2022 को रिलीज़ की जाएगी.