हिंदी फिल्मों के मशहूर खलनायक प्रेम चोपड़ा कॉलेज के समय से ही रंगमंच से जुड़े थे. शिमला में पले और पढ़े प्रेम चोपड़ा के पिता उन्हें डॉक्टर बनाना चाहते थे. 300 रुपये लेकर मुंबई आए प्रेम चोपड़ा स्टूडियो में घुसने के लिए वहां के गेट कीपर से दोस्ती किया करते थे.