पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता रहे यशवंत सिन्हा ने एनआरसी मुद्दे को लेकर बीजेपी सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने बताया कि साल 2003 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान एनपीआर पर चर्चा हुई थी लेकिन किसी तरह का विरोध प्रदर्शन या बवाल नहीं हुआ था. सरकार ने इस कानून का जिक्र करके सामाजिक ध्रुवीकरण कर दिया है. इसकी वजह से लोगों का ध्यान देश के अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों से हटकर इस पर टिक गया.