राजस्थान और मध्यप्रदेश बाढ़ की चपेट में है. राजस्थान के कई ज़िलों में बाढ़ आई है. भारी बारिश के कारण बारन झालावाड़, चित्तोड़गढ़ और बारन में बाढ़ आई हुई है. कोटा बैराज के 19 गेट खोले जाने के कारण बाढ़ आई है. रावतभाटा शहर में राणा प्रताप सागर डैम के 17 गेट खोले गए तो अचानक बाढ़ आ गई. एक स्कूल में 300 से अधिक फंस गए जिन्हें निकाल लिया गया है. कोटा में 5000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. मध्यप्रदेश से सटे इलाके में बाढ़ और बारिश का असर भी राजस्थान के इलाकों पर पड़ रहा है. मध्य प्रदेश के सुल्तानपुर में तेज़ बारिश के कारण झालावाड़ के काली सींध डैम के गेट खोलने पड़े. जिसके कारण चंबल और काली सिंध नदियों में बाढ़ आ गई. दिगोद तहसील के कई गांवों में पानी भर गया है. चंबल नदी पर बने अगर गांधी सागर डैम से भी पानी छोड़ा गया तो बाढ़ की स्थिति गंभीर हो सकती है. मध्य प्रदेश में भी ज़ोरदार बारिश के कारण फसलें बर्बाद हुई हैं. पॉलिटिक्स शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री ट्वीट कर रहे हैं कि सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है. पूर्व मुख्यमंत्री चेतावनी दे रहे हैं कि वे किसानों के बीच जाकर आंदोलन करेंगे. इन सबके बीच छत्तरपुर, आगर-मालवा, बैलूत, मंदसौर, बड़वलानी, खरगौन छिंदवाड़ा में आम जनजीवन प्रभावित है.