झारखंड में सरकारी नौकरियों की परीक्षा कराने वाली संस्था झारखंड लोक सेवा आयोग का भी हाल ले लिया कीजिए. इस आयोग ने 17 अगस्त 2015 को जिस परीक्षा का विज्ञापन निकाला था वो आज तक पूरी नहीं हुई है. हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर को आगे रिसर्च करना चाहिए कि कैसे भारत के ये आयोग एक परीक्षा कराने में चार साल यूं ही खपा देते हैं और भारत को विश्व गुरु भी बना देते हैं. इस चमत्कार को समझना है तो हार्वर्ड ही नहीं, ऑक्सफोर्ड के प्रोफेसर को भी एक ही जहाज़ में बैठकर रांची जाना होगा.