भारत में जनजातीय आबादी करीब 11 करोड़ है, जो कुल जनसंख्या से 9 फीसदी से भी कम है. भारत के आदिवासी भी देश के सबसे गरीब लोगों में से हैं, जिनकी स्वास्थ्य सेवाओं तक बहुत कम पहुंच है. भारत में ऐसे डॉक्टर हैं जिन्होंने आदिवासी और ग्रामीण समुदायों के बेहतर स्वास्थ्य और उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है. विश्व स्वास्थ्य दिवस 2022 पर हम बनेगा स्वस्थ इंडिया के जरिये ऐसे डॉक्टरों को सलाम करते हैं.