कांग्रेस ने अपना मिशन तय कर लिया है. उसका मिशन है राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना. कांग्रेस कार्यसमिति की रविवार की बैठक में तय हुआ कि कांग्रेस गठबंधन का प्रयास करेगी और राहुल उसके नेता होंगे. कांग्रेस को अपनी कमजोर जमीन का एहसास भी है. 2004 में कांग्रेस को 145 सीटें मिली थीं. तो क्या अब कांग्रेस के लिए जादुई आंकड़ा 272 नहीं बल्कि 150 ही है. खबरों के मुताबिक पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि 12 राज्यों में कांग्रेस मजबूत है और उसे मौजूदा से तीन गुना ज़्यादा यानी करीब 150 सीटें मिल सकती हैं. जहां पार्टी मजबूत नहीं है वहां उसकी उम्मीदें गठबंधन पर टिकी हैं. यूपी की 80, पश्चिम बंगाल की 42, बिहार की 40 और तमिलनाडु की 39 सीटें मिला कर करीब 200 सीटों पर कांग्रेस कहीं दिखाई नहीं देती. यहां उसे सहयोगी दलों का सहारा है. यानी 150 सीटें कांग्रेस की और 150 सीटें सहयोगियों की. इस तरह कांग्रेस का मिशन 300 पूरा हो सकता है.