केंद्र सरकार ने संसद में बताया था कि सड़कों पर स्पीड ब्रेकर से जुड़े 30 हादसे रोज होते हैं. इन हादसों में नौ लोगों की मौत हो जाती है. अगर इसे साल के हिसाब से देखें तो भारत में इन हादसों में जितने लोग मारे जाते हैं, उससे कम लोग ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में होने वाले सड़क हादसों में मरते हैं.