महाराष्ट्र में सरकार की स्थिति स्पष्ट न होने के बाज अब वहां राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया है. इस मामले को लेकर एक पक्ष का कहना है कि दावा पेश करते वक्त राज्यपाल ने बीजेपी को बढ़ावा देने के लिए बाकी दलों को पर्याप्त समय नहीं दिया. वहीं दूसरा पक्ष कहता है कि प्रावधानों के तहत सभी को समय मिला और राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया.