2019 का हिसाब-किताब हर रोज़ लगाया जा रहा है, हर रोज़ बदल जा रहा है. पार्टियां सीटें बांट रही हैं, नेता करवट बदल ले रहे हैं. इस रंग बदलती दुनिया में चुनाव की हक़ीक़त क्या होगी, ये जानना आसान नहीं है. इसके बस दो तरीक़े हैं- एक तो आप पुराने समीकरणों का हिसाब लगाएं और बदलावों को पहचानें. दूसरी बात ये कि आप देश के अलग-अलग हिस्सों में जाएं और लोगों का मन परखें. एनडीटीवी ये काम बरसों से करता रहा है. एनडीटीवी के प्रमुख डॉ प्रणय रॉय यूपी के दौरे पर हैं जहां वो मज़दूरों-किसानों सबकी राय ले रहे हैं. ये बातचीत दिखाने से पहले यूपी के कुछ आंकड़ों पर नज़र. आख़िर यूपी वो राज्य है जहां से लोकसभा की 80 सीटों का फ़ैसला होता है.