खेती के संकट का समाधान किस पार्टी के पास है, क्या इसकी चिन्ता किसानों को भी है. किसानों के लिए यह चुनाव बड़ी चुनौती लेकर आ रहा है.मतदान के दिन वे किसान रहेंगे या जाति और धर्म में बंट जाएंगे, ये तय करेगा कि वे अपने मुद्दों के प्रति कितने ईमानदार हैं. पंजाब में किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी का धरना चल रहा है. नई दिल्ली अमृतसर रेल मार्ग पर जांदियाला में किसान दूसरे दिन भी बैठे रहे. एक किलोमीटर तक किसान पटरी पर बैठे हैं. किसानों का यह आंदोलन राज्य सरकार और केंद सरकार दोनों के खिलाफ है. उनका आरोप है कि चुनाव के समय किए गए वादों को पूरा नहीं किया जा रहा है. पूर्ण कर्ज़माफी नहीं हो रही है और स्वामिनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू नहीं हो रही है.