मोदी सरकार को टक्कर देने के लिए महागठबंधन पर चर्चा महीनों से चल रही है. कोई एक चेहरा नहीं लेकिन नेता इसे कोई बाधा नहीं मानते रहे. राहुल को मायावती या ममता जैसे नेता लीडर मानने को तैयार नहीं. मायावती भूली नहीं कि कांग्रेस ने मध्यप्रदेश जैसे राज्य में उसके साथ गठबंधन नहीं किया, लेकिन बार बार नेता ये कहते रहे कि देश में गैर सांप्रदायिक ताकतों को इकट्ठा होना होगा और निजी हितों को छोड़ कर देश के हित में सब साथ हैं, लेकिन ऐसा होता नज़र नहीं आता.