18 फरवरी को किसानों के रेल रोको आंदोलन (Rail Roko Andolan) के मद्देनजर रेलवे ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है. मंगलवार और बुधवार को रेलवे के अधिकारियों के बैठकों का दौर चलता रहा. रेलवे की कोशिश है कि आंदोलन की वजह से न तो असर रेलगाड़ी के परिचालन पर पड़े और न ही रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचे. दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक के इस रेल रोको आंदोलन (Rail Roko Andolan) का असर देश के अलग अलग हिस्सों में पड़ने की आशंका है. पर, किसान संगठनों ने साफ किया है कि ये शांतिपूर्ण तरीके से किया जायेगा और जो भी ट्रेनें हैं उनको बीच रास्ते में नहीं बल्कि स्टेशन पर ही रोका जाएगा. एक तरफ असर छोड़ने की तो दूसरी तरफ असर कम से कम रखने की कोशिश है.