एमपी कमल के हाथ से निकल कर कमलनाथ के हाथों में चला गया. लेकिन सिर्फ एक महीने में ही वहां से ऐसी गजब गजब खबरें सामने आ रही हैं कि सब पूछने लगे हैं कि आखिर एमपी में हो क्या रहा है? सोमवार को बीजेपी के एक कार्यकर्ता छतरपाल सिंह रावत का शव ग्वालियर में मिला. छतरपाल बस कंडक्टर थे और रविवार को काम से गए थे. जब वो वापस नहीं आए तो परिवारवालों ने पुलिस में शिकायत की. उनके रिश्ते के भाई बीजेपी के जिला सचिव हैं. उन्हें छतरपाल के मरने की खबर तभी मिली जब वे बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के पुतले दहन की तैयारियां कर रहे थे. रविवार को बलवाड़ी में बीजेपी कार्यकर्ता मनोज ठाकरे की उनके खेत में हत्या कर दी गई. इससे पहले मंदसौर में बीजेपी नेता प्रहलाद बंधवार को सरे आम मार डाला गया. रविवार को ही बड़वानी जिले के बीजेपी कार्यकर्ता जितेंद्र सोनी उनके बेटे और दो अन्य रिश्तेदारों को पीटा गया. एक हफ्ते के भीतर ही मध्य प्रदेश में तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई.