दुनिया भर में अभी क्रिप्टो रेगुलेशन के नाम पर बहुत कुछ हो रहा है. क्या भारत भी इस हलचल से कुछ सीख सकता है. भारत में क्रिप्टो उत्पाद और एनएफटी किसी नियम के तहत नहीं आते और ये काफी जोखिम भरे भी हैं. ऐसे में लेनदेन में किसी नुकसान के लिए कोई नियामक सहायता नहीं हो सकती.