विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि दुनिया की लगभग 15 प्रतिशत आबादी या अनुमानित 1 अरब लोग किसी न किसी रूप में विकलांगता के साथ जी रहे हैं. वे दुनिया के सबसे बड़े अल्पसंख्यक हैं. रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र विकलांगता को शरीर या दिमाग की एक ऐसी स्थिति के रूप में परिभाषित करता है, जो इस स्थिति वाले व्यक्ति के लिए कुछ गतिविधियां करना और अपने आसपास की दुनिया में सामान्जस्य करना अधिक कठिन बना देती है. क्या विकलांग लोगों को सामाजिक और आर्थिक रूप से एकीकृत करने के लिए पर्याप्त प्रयास किए जा रहे हैं? यहां भारत और दुनिया में समस्या की सीमा पर एक फेक्ट शीट है.