पीएम मोदी ने जिस दिन प्रचंड बहुमत हासिल किया उसके बाद उन्होंने अपना पहला भाषण दिया. इस भाषण में पीएम ने कहा कि देश में दो जातियां रह गई है एक तो वह जो गरीब हैं और दूसरे वो जो इस गरीबी को दूर करना चाहते हैं. लेकिन क्या यह सच है? जातियां हमारे समाज का एक भयावह सच है. इस सच से एक बार फिर हम उस समय रूबरू हुए जब मुंबई में डॉ. पायल ने जातिय टिप्पणियों से परेशान होकर अपनी जान दे दी. इस मामले में पायल ने अपने तीन सीनियर पर उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए आत्महत्या की थी.