क्या चीफ़ जस्टिस दीपक मिश्रा के ख़िलाफ़ महाभियोग प्रस्ताव लाकर ख़ुद कांग्रेस कई अभियोगों से घिर गई है? क़ानून के ज़्यादातर जानकार इस पहल में न्यायपालिका पर चोट देख रहे हैं. राजनीति के जानकार इसे चीफ़ जस्टिस का हौसला तोड़ने की कोशिश बता रहे हैं. आख़िर उन्हें अयोध्या विवाद सहित कई ऐसे मामलों को आने वाले दिनों में देखना है, जिनका असर इस देश की राजनीति पर पड़ेगा. एक सवाल यह भी है कि क्या यह चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की छवि को खराब करने का प्रयास है ताकि वे रिटायर होने के बाद कोई पद न संभाल सकें. अब कहा जा रहा है कि कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी है. न सिर्फ कांग्रेस के अंदरूनी मतभेद सामने आए, बल्कि चुनावी साल में विपक्षी एकता भी इस मुद्दे पर तार-तार होती नजर आ रही है.