भारत के नक्शे पर एक बिंदु बराबर भी नहीं है सोनभद्र काबोदरा डाड गांव. बड़ी-बड़ी योजनाएं बनाने और बड़ी-बड़ी घोषणाएं करने वाली सरकारें इस बिंदु पर क्यों ध्यान दें. भारत में ऐसे छोटे-छोटे सैकड़ों में नहीं हज़ारों में होंगे. बात बोदरा डाड की करते हैं. ढाई सौ परिवारों का ये गांव है. करीब 700 के आसपास आबादी है।इस छोटे से गांव में लेकिन पीने के पानी का कोई इंतज़ाम नहीं है. महिलाएं पास के रिहंद जलाशय से जाकर पानी लाती हैं. पानी बहुत साफ नहीं है. इस प्रदूषित पानी की वजह से गांव के लोग बीमार पड़ते रहते हैं. यहां डायरिया की वजह से मौतें भी होती रहती हैं. ऐसे गांव और ऐसी कहानियां और भी हैं. इसी गांव के पास एक और गांव है कमेरी डाड गांव. यहां भी आबादी 800 के करीब है. यहां भी पूरे गांव में एक हैंडपंप तक नहीं है.