देविंदर पाल सिंह भुल्लर को 11 सितंबर, 1993 में हुए एक कार धमाके का दोषी करार दिया गया है। कांग्रेस के युवा नेता मनिंदरजीत सिंह बिट्टा को मारने की
उस कोशिश में नौ लोग मारे गए थे। बिट्टा उस घटना को याद करते हुए कहते हैं कि भुल्लर की फांसी की सजा कायम रखी जाए।