अंधविश्वास में लपटी कई परंपराएं आज भी ज़िंदा हैं। ऐसी ही एक परंपरा है मैंगलोर के क़रीब कुक्के सुब्रह्मण्या मंदिर में जहां ब्राह्मणों के जूठन पर लोटने की परंपरा है। हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट में इस फ़ैसले के खारिज होने के बाद ये परंपरा फिर शुरू हो गई है।