उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार को ग्लेशियर टूटने से त्रासदी की सबसे भयानक तस्वीर दिखी. चमोली जिले में बाढ़ से क्षतिग्रस्त तपोवन-विष्णुगाड परियोजना की सुरंग में फंसे लोगों की तलाश के लिए बुधवार को ड्रोन तथा रिमोट संवेदी उपकरणों की मदद ली जा रही है. बताया जा रहा है कि जिस समय बाढ़ आई, उस समय सुरंग में 37 लोग काम कर रहे थे. राज्य सरकार के अनुसार, अब तक 32 लोगों के शव मिले हैं और करीब 200 लोग लापता हैं.