यूपी के मुजफ्फरनगर की एक होनहार बेटी ने आर्थिक तंगी के दौर में अपना बचपन बिताया. हालात ये थे कि बचपन से ही किताब-पेंसिल की कमी के चलते घर की दीवारों और दरवाज़ों पर पत्थर से लिख-लिख कर अभ्यास किया. अलमासपुर गांव की मीनाक्षी ने 500 में से 459 नंबर लाकर अपने स्कूल में तो टॉप किया ही अपने ज़िले में भी दूसरे नंबर पर आई.