उत्तर प्रदेश की कासगंज विधानसभा सीट की लड़ाई दिलचस्प इसलिए है, क्योंकि पिछले चार दशकों में जिस भी पार्टी का उम्मीदवार यहां से जीता है, सरकार उसी की बनी है. 2007 में कासगंज से बीएसपी की टिकट पर जीते हसरत उल्लाह शेरवानी इस बार समाजवादी पार्टी की साइकिल पर सवार हैं. तब 'हाथी' का ज़ोर चला था और प्रदेश में मायावती की सरकार बनी थी. इनको लगता है कि ये अखिलेश के लिए भी खुशकिस्मत साबित होंगे. हसन उल्लाह शेरवानी से एनडीटीवी ने पूछा कि आपने पार्टी बदली. वोटर आस्था बदल दें तो? इस पर उनका जवाब था 'हम ही जीतेंगे, सपा ही सरकार बनाएगी'.