इस चुनाव में मीडिया भी एक मुद्दा है. इस मीडिया के लिए आप कैसे लड़ेंगे यह एक मुश्किल सवाल है, मीडिया खुद के लिए लड़ पाएगा या नहीं यह उसका सवाल है. मगर मीडिया एक मुद्दा है. मीडिया पर इस तरह हमला है और इतना हमला है कि आप भी किन किन सवालों की परवाह करेंगे, और इसी तरह धीरे धीरे आप उन सवालों को नज़रअंदाज़ कर सामान्य होने लगेंगे. सब कुछ जब बिखर जाए तो संभालने का काम किस दिशा से करना चाहिए पूछने की ज़रूरत नहीं. आपको जहां से लगे वहां से ठीक करने का काम शुरू कर देना चाहिए. पिछले दिनों मेघालय हाई कोर्ट ने दि शिलांग टाइम्स की एडिटर पैट्रिसिया मुखीम और प्रकाशक शोभा चौधरी को अवमानना का दोषी पाया और दोनों को 2-2- लाख रुपये जमा करने की सज़ा सुनाई.